Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह हावड़ा में राशन घोटाले की ongoing जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी की
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह हावड़ा में राशन घोटाले की ongoing जांच के तहत कई स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने तीन स्थानों की तलाशी ली, जिनमें श्यामपुर थाना क्षेत्र के शशाती में धान व्यापारी पार्थेन्दु जना का निवास शामिल है। अन्य दो स्थान परिवहन कंपनी मालिकों से जुड़े हैं, जबकि एक अन्य प्रमुख संदिग्ध एक सहकारी समिति का निदेशक है, जो धान की खरीद के लिए जिम्मेदार था। ईडी सूत्रों के अनुसार, सहकारी समिति का उपयोग कथित रूप से सरकारी धन को डायवर्ट करने के लिए किया गया था, जहां गैर-मौजूद किसानों से फर्जी धान खरीद के रिकॉर्ड तैयार किए गए थे।
जांचकर्ताओं ने राशन वितरण प्रणाली में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाया है और संदेह जताया है कि सहकारी समितियों और परिवहन फर्मों से जुड़े धोखाधड़ी लेन-देन के जरिए करोड़ों रुपये का गबन किया गया। हाल ही में की गई छापेमारी, पिछले साल गिरफ्तार हुए राइस मिल मालिक हितेश चांडक से मिली जानकारी के आधार पर की गई थी। चांडक के बयानों से कथित तौर पर एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसमें फर्जी खरीद रिकॉर्ड और धन के गबन की बात सामने आई है। अधिकारी अब जब्त किए गए वित्तीय दस्तावेजों, लेन-देन रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्यों की जांच कर रहे हैं।
ईडी कई महीनों से इस राशन घोटाले की जांच कर रही है और इस मामले में कई गिरफ्तारियां और जब्ती हो चुकी हैं। पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में जमानत पर हैं, अभी भी जांच के दायरे में हैं। अधिकारियों ने सबूतों के आधार पर और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना से इनकार नहीं किया है। एजेंसी जल्द ही सहकारी समिति और परिवहन फर्मों से जुड़े व्यक्तियों को पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। फिलहाल, छापेमारी जारी है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी नए खुलासे होने की संभावना है।